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इलेक्ट्रिक वाहन खरीदते समय अपनाए इन 12 टिप्‍स और ट्रिक्‍स को Adopt these 12 Tips and Tricks While buying EV in Hindi

  

इलेक्ट्रिक वाहन खरीदते समय अपनाए इन 12 टिप्‍स और ट्रिक्‍स को

Adopt these 12 Tips and Tricks While buying EV in Hindi

 

प्‍यारे दोस्‍तों, अभी त्‍योहारों का सीजन आ रहा है। इस दिवाली के अवसर पर आप इलेक्ट्रिक वाहन लेने की सोच रहे हैं तो जल्‍दीबाजी मत कीजिए, थोड़ा ठहरिए। यदि आप इस बेहतरीन 12 टिप्‍स को समझ लेते हैं तो भविष्‍य में पछताना नहीं पड़ेगा। आपको नुकसान नहीं होगा। तो आइए जानते हैं ईवी खरीदने के इस 12 टिप्‍स एंड ट्रिक्‍स को।


    मोटर परफॉर्मेंस पर ध्‍यान जरूरी Motor Performance in Hindi

    इलेक्ट्रिक कारों में मोटर बहुत आवश्‍यक पार्ट होता है। जब बैटरी चार्ज हो जाता है तो इससे वाहन के मोटर को ऊर्जा मिलती है जिससे मोटर चलता है मोटर पर ध्‍सान देना जरूरी होता है। वैसे तो पारंपरिक ईंधन जैसे पेट्रोल कार के इंजन पर कुछ ज्‍यादा ही ध्‍यान देना पड़ता है। इस तरह की बात इलेक्ट्रिक कार के साथ नहीं होती है। फिर भी इलेक्ट्रिक कार के मेंटीनेंस पर ध्‍यान देना आवश्‍यक होता है। गाड़ी की सर्विसिंग समय पर कराना बहुत ही जरूरी होता है। यदि इसके मोटर की सर्विसिंग समय पर कराई जाए तो इसकी कंडीशन अच्‍छी रहती है, जिसके चलते इसका परफॉर्मेंस बेस्‍ट रहता है।

    बैटरी पर ध्‍यान आवश्‍यक है Battery Specifications in Hindi

    जिस तरह इलेक्ट्रिक वाहन में मोटर एक आवश्‍यक पार्ट होता है उसी तरह बैटरी भी आवश्‍यक पार्ट होता है। यह एक महंगा पार्ट होता है। यदि वाहन खरीदने के समय बैटरी पर ध्‍यान नहीं देंगे तो आने वाले समय में आपको महंगा पड़ेगा। इसका देखभाल जरूरी है। सबसे पहले यह ध्‍यान रखना होगा कि बैटरी को बराबर फुल चार्ज नहीं करना होगा। हर बार बैटरी को फुल चार्ज करने से इसका परफॉर्मेंस घट जाता है। इसलिए बैटरी को 100% चार्ज करने के बजाय 80% तक ही चार्ज करें जिससे इसका लाइफ बचा रहे तथा बहुत दिन बैटरी चल सकती है। कई बार लोग बैटरी को फुल चार्ज कर देते हैं और वाहन चलाने लगते हैं जो बैटरी के सेहत के लिए ठीक नहीं होता है। दूसरी बाता यह है कि बैटरी को बहुत ही कम चार्ज पर भी नहीं रखना चाहिए, इससे भी बैटरी जल्‍द खराब हो जाती है। सबसे बड़ी और महत्‍वपूर्ण बात यह है कि बैटरी को चार्ज करने के लिए हमेशा स्‍टैण्‍डर्ड चार्जर का ही उपयोग करना चाहिए।

    बैटरी की वारंटी-गारंटी को समझे Guaranty-Warranty of Battery in Hindi


    इलेक्ट्रिक वाहन खरीदते समय यह चेक करना जरूरी होता है कि वाहन की बैटरी की वारंटी-गारंटी कितनी है। ईवी निर्माता अपने इलेक्ट्रिक वाहनों पर अक्‍सर 5 साल से 8 साल तक की वारंटी देते हैं। इस तरह अपने वाहन की वारंटी के बारे जरूर जानना चाहिए।

     

    चार्जिेग विकल्‍पों को समझना Alternatives of Charging Facilities in Hindi

    इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियाँ बहुत ही ज्‍यादा रेंज में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में उतारती हैं। पारंपरिक वाहन से अलग हटकर इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने के बहुत से विकल्‍प होते हैं। फास्‍ट चार्जिंग, स्‍टैंडर्ड चार्जिंग तथा धीमी गति की चार्जिंग आदि तरह के विकल्‍प वाहन में मौजूद होते हैं। इसमें जो फास्‍ट चार्जिंग होता है उसे इंस्‍टॉल करना आसान नहीं होता है। लेकिन स्‍टैंडर्ड तथा स्‍लो चार्जिंग को अपने घर पर आसानी से इंस्‍टॉल करवाया जा सकता है। दूसरी बात यह है कि लोकल चार्जर से बैटरी को चार्ज करना बिल्‍कुल ठीक नहीं होता है। वाहन खरीदते समय इन सब चार्जिंग विकल्‍पों पर ध्‍यान देने से, बाद में कोई दिक्‍कत नहीं होती है।

    इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रकार की समझ जरूरी Types of Electric Vehicles in Hindi

    ग्राहकों को इलेक्ट्रिक वाहन के प्रकार को जानना आवश्‍यक है। वैसे तो इलेक्ट्रिक वाहन तीन तरह के होते हैं लेकिन कम से कम बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (Battery electric Vehicles-BEVs) तथा प्‍लग-इन इलेक्ट्रिक वाहन  (Plug-in-Electric Vehicles-PEVs) को समझना अत्‍यावश्‍यक है। बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन ऐसे वाहन होते हैं जो मुख्‍य रूप से बैटरी से चलतें है जबकि प्‍लग-इन इलेक्ट्रिक वाहन को इलेक्ट्रिक तथा आंतरिक दहन वाली इंजन को बिजली देने के लिए पेट्रोलियम आधारित या वैकल्पिक ईंधन का उपयोग करके चलाया जाता है।  इसके बैटरी को चार्ज करके चलाया जाता है एवं गैसोलीन से भी इस वाहन को चलाया जाता है। दो मोड में इस वाहन को चलाया जा सकता है। प्‍लग-इन इलेक्ट्रिक वाहनों में मरर्सिडीज सी 300 ई (Mercedes C 300 e), बीएमवी 545 ई  (BMV 545 e) रिनॉल्‍ट कैपचर ई-टेक पीएचईवी  (Renault Captur E-Tech PHEV) स्‍कोडा ऑक्‍टाविया फोर (Skoda Octavia iV)  हुंडई ऑयनिंग प्‍लग-इन (Hyndai Ioning Plug-in) का नाम आता है।

    ब्रेक सिस्‍टम को समझना आवश्‍यक Braking System is important in Hindi

    जैसा कि हमलोग जानते हैं कि इलेक्ट्रिक कारों के ब्रेकिंग टेक्‍नोलॉजी रिजेनरेटिव होता है। जब हम वाहन के ब्रेक का इस्‍तेमाल करते हैं तो यह सिस्‍टम ब्रेक के लगने से जो काइनेटिक ऊर्जा उत्‍पन्‍न होता है वह इलेक्ट्रिक ऊर्जा में बदल जाता है तथा वाहन को शक्ति मिलती है। वाहन को ज्‍यादा तेज नहीं चलाना चाहिए। वाहन यदि कम स्‍पीड में चलता है तो कार की बैटरी का लाइफ बढ़ जाता है। अधिकतर भीड़-भाड़ वाले जगहों पर वाहन के ब्रेक का जल्‍दी-जल्‍दी इस्‍तेमाल करना होता है जिससे बैटरी पर दबाव बढ़ जाता है। यदि इन बातों पर ध्‍यान दिया जाए तो बैटरी का लाइफ बढ़ जाता है।

     

    वाहन को छाँव में पार्किंग करें EV Parking in Cool Place in Hindi

    वाहन को छाँव में पार्किंग
    Car parking


     

    अक्‍सर यह देखा जाता है कि लोग वाहन पार्किंग में लापरवाही करते हैं। अपने वाहन को तेज धूप में पार्क कर देते हैं। तेज धूप के कारण थर्मल मैनेजमेंट सिस्‍टम सक्रिय हो जाता है जिससे बैटरी की खपत खड़े वाहन की स्थिति में भी होने लगती है। यदि वाहन की बैटरी को बचाना है तो अपने वाहन को तेज धूप में न खड़ा करके, कहीं छाँव में खड़ा करें। इलेक्ट्रिक वाहन में इको फ्रेंडली बैटरी लगती है, इसलिए इसे बचाना बहुत जरूरी होता है। वैसे भी वाहन को तेज धूप में खड़ा करने से इसके कलर पर भी असर पड़ता है। इस कारण इलेक्ट्रिक वाहन को तेज धूप से बचाना चाहिए।

     

    वाहन के बेसिक मेंटेनेंस पर ध्‍यान आवश्‍यक Basic Maintenance of EV in Hindi

     

    पेट्रोल-डीजल वाहनो की अपेक्षा इलेक्ट्रिक वाहनों में कुछ विशेष पार्ट होते हैं। पेट्रोल वाहन में ऑयल चेंज स्‍पार्क प्‍लग होता है, जो इलेक्ट्रिक वाहन में नहीं होता है। लेकिन इसमें जो भी पार्ट होते है उसके मेंटेंनेंस नियमों का ख्‍याल करना आवश्‍यक होता है। इलेक्ट्रिक वाहन में वाइपर ब्‍लेड्स तथा वाइपर लिक्विड होता है जिसे समय पर बदल देना आवश्‍यक होता है। इसके साथ ही इस बात का भी ध्‍यान रखा जाना चाहिए कि इलेक्ट्रिक वाहन में कूलेंट पर्याप्‍त मात्रा में हो जिससे वाहन के सभी फीचर्स अपनी पूरी क्षमता से वर्क करें।

     

    लेटेस्‍ट सॉफ्टवेयर जरूरी Latest Software Important in Hindi


    सभी कार निर्माता कंपनियाँ इलेक्ट्रिक वाहन को नए एवं एडवांस टेक्‍नोलॉजी के साथ लॉन्‍च करती है। जैसा कि हम जानते हैं इलेक्ट्रिक वाहन में कई तरह के सॉफ्टवेयर लगे होते हैं तथा इस सॉफ्टवेयर में लेटेस्‍ट टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल होते हैं। यदि आप इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने जा रहे हैं तो आपको यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि इसमें रेगुलर सॉफ्टवेयर अपडेट की सुविधा हो। कुछ कंपनियाँ बाद में सॉफ्टवेयर अपडेट का चार्ज अलग से लेते हैं।

     

    ईवी की ड्राइविंग रेंज की समझ Driving Range of EV in Hindi

     

    जब कोई वाहन खरीदा जाता है तो सबसे ध्‍यान देने वाली बात होती है इसकी ड्राइविंग रेंज। इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी महंगी होती है इसलिए सिंगल चार्ज में वाहन की रेंज कितनी है इसे समझ लेना बहुत ही जरूरी होता है। बहुत से कार ईवी कंपनियाँ ड्राइविंग रेंज के बारे में जो बताए उस पर विश्‍वास करने से बेहतर यह होगा कि उस वाहन का रियल लाइफ रिव्‍यू देख लें। इसके साथ ही आप यह भी ध्‍यान रखें कि आप जिस रेंज का नियमित उपयोग चाहते हैं उसी तरह का वाहन खरीदें। रेंज समझने के लिए बैटरी के किलोवाट पर ध्‍यान देना आवश्‍यक होता है।

     

    वाहन के फीचर्स की जानकारी आवश्‍यक है Features and Specifications of Electric Vehicles in Hindi

     

    आजकल इलेक्ट्रिक वाहन में कितने तरह के फीचर्स और स्‍पेसिफिकेशन होते हैं। एक ईवी ग्राहक के नाते इन सभी फीचर्स की जानकारी आवश्‍यक है। क्‍योंकि अपने वाहन में आवश्‍यकतानुसार फीचर और स्‍पेसिफिकेशन होने से वाहन का उपयोग सही ढंग से हो पाता है। इसलिए वाहन खरीदते समय सभी फीचर्स को जानकर और चुनकर ऐसे वाहन को लें जिसका इस्‍तेमाल हो सके, कोई कमी महसूस न हो।

     

    कीमत, टैक्‍स और सब्सिडी की जानकारी Price, Tax and Subsidy Facility in Hindi

     

    इलेक्ट्रिक वाहन खरीदते समय वाहन का प्राइस रेंज तथा टैक्‍स आदि के बारे में जानकारी तो बहुत ही आवश्‍यक है साथ ही सब्सिडी भी सुविधा को जानना जरूरी होता है। भारत सरकार तथा कई राज्‍य सरकारें ईवी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्‍न तरह की स्‍क्‍ीमें की घोषणा की है ओर समय-समय पर नये-नये प्रावधान लाते रहते हैं। इसकी पूरी छानबीन करके ही इलेक्ट्रिक वाहन लेने का मन बनाए।

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