ईवी में क्यों लग जाती है आग? आसानी से जानिए कारण और बचाव के कुछ टिप्स Why do EVs Catch Fire? What are its causes? Some tips for Fire safety in Hindi
देश और दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है। इसका मुख्य कारण है पर्यावरण संरक्षण, बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतें तथा ईवी का बढ़ावा देने के लिए सरकार की नई-नई स्कीमें। वैसे भी बदलती टेक्नोलोजी में इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग तथा प्रचार-प्रसार होना भी चाहिए। लेकिन पिछले कुछ महीने में ईवी में आग लगने की घटनाओं से लोगों में ईवी के प्रति आशंका तथा डर व्याप्त हो गया है। वैसे तो ईवी में आग लगने का जो अनुपात है पेट्रोल-डिजल से चलने वाले वाहनों से बहुत ही कम होता है। इस ब्लॉग (plugindrives.blogspot.com) पर इन्हीं प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा करेंगे।
आग लगने की घटनाओं का सिलसिला
देश के विभिन्न
इलाके में ईवी में आग लगने की कई घटनाएँ प्रकाश में आ चुकी है। कभी स्कूटर में आग
लग जाता है तो कभी कार में। स्वाभाविक सी बात है कि लोगों में डर पैदा होगा ही।
स्कूटर में आग लगना
एक धटना इसी साल अप्रैल माह की है। एक कंटेनर में जितेंद्र ईवी की 40 स्कूटर अपने फैक्टरी नासिक से बेंगलुरु ले जाया जा रहा था। इनमें 20 स्कटरों में आग लग गई। लेकिन इसमें कोई मरा नहीं। दूसरी घटना तेलंगना के निजामाबाद जिले का है। वहाँ एक प्योर ईवी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की बैटरी उनके घर में फट जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसी तरह की एक घटना तमिलनाडु के वेल्लौर की है जहाँ एक आकिनावा की एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई। इस तरह की घटनाएँ तमिलनाडु के त्रिची तथा चेन्नई में भी हो चुकी है। आघ्र प्रदेश के विजयवाड़ा में 40 वर्षीय एक व्यक्ति अपने घर पर बूम मोटर्स के एक इलेक्ट्रिक स्कूटर को चार्ज कर रहा था। इसमें विस्फोट हो गया आर उस व्यक्ति की मौत हो गयी।
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Burning Car |
कार में आग लगना
मुंबई के वसर्ड रोड पर टाटा कंपनी के नेक्सन
ईवी Nexon
EV कार में अचानक आग लग गई। टेस्ला की कार मॉडल वाई में
पावर डाउन होने के बाद आग लग गई।
सरकार ने दी चेतावनी
आग लगने की घटनाओं को देखते हुए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। केन्द्रीय
सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ईवी निर्माताओं को भारी चेतावनी
दी है कि यदि कंपनी अपनी प्रर्किया में लापरवाही बरतती है तो भारी जुर्माना लगाया
जायेगा और दोषपूर्ण वाहनों का वापस बुलाने का भी आदेश दिया जाएगा। उनका यह भी
कहना है कि “हम कोई बाधा नहीं डालना चाहते हैं, लेकिन सुरक्षा पहली और सबसे महत्वपूर्ण
प्राथमिकता है”।
कैसे लगती है आग ईवी में
इलेक्ट्रिक वाहन में कई कारणों से आग लगती है। गर्मी,
शॉर्ट-सर्किट, वाहन में लिक्विड कुलिंग सिस्टम (Liquid Cooling System) नहीं लगने से, और बाह्य परिस्थिति आदि।
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Burning Scooter |
गर्मी के कारण
हमारा देश भारत एक गर्म प्रधान देश है। यहाँ लगभग 5-8 महीने काफी गर्मी पड़ती
है। इस मौसम में तो देश के कम ऊँचाई वाले शहरों जैसे दिल्ली, चेन्नई, अहमदाबाद,
कोच्चि, तिरुवअनंतपुरम्, कोलकाता तथा मुबंई काफी गर्मी पड़ती है। देश में जहाँ
गर्मी के मौसम में 35 से 40 डिग्री C सेल्सियस तापमान रहता है वहीं इन शहरों में इस मौसम में तो 45-50 डिग्री C गर्मी रहती है। अत्यधिक गर्मी से लिथियम-आयन बैटरी पैक सेल गर्म हो जाती है,
जिसे थर्मल रनवे (Thermal
Runway) कहते हैं। ऐसे में जब बाहरी तापमान बढ़ जाता है तो आग लग जाती है।
शॉर्ट-सर्किट के कारण
इलेक्ट्रिक वाहनों में आग शॉर्ट-सर्किट के कारण भी लगते है।
विश्व के बहुत सी ईवी कंपनियाँ जैसे टेस्ला मोडल्स, फोर्ड फोकस ईवी (Tesla
Modals, Ford Focus EV) अपने ईवी में तापमान को
नियंत्रित करने के लिए लिक्विड कुलिंग सिस्टम (Liquid
Cooling System) का प्रयोग करती है। इसे लगाने से
बैटरी का तापमान 25 C पर स्थित कर दिया
जाता है। लेकिन हमारे देश की ईवी निर्माता कंपनी लिक्विड कुलिंग सिस्टम नहीं
लगाती है। जिसके कारण ईवी में आग लगने की घटनाएँ होती रहती है।
रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण
लिथियम-आयन बैटरी
में तीन प्रमुख तत्व होते है▬इलेक्ट्रोड, इलेक्ट्रोलाइट तथा सेपरेटर।
इन तीनों में किसी भी कंपोनेंट में खराबी आ जाने से बैटरी में आग पकड़ सकती है। इलेक्ट्रिक
वाहन में लगी लिथियम-आयन बैटरी की डिजाइनिंग ठीक नहीं हो या वायरिंग अच्छे से न
किये गये हों तो बैटरी खराब हो जाती है। जिसके चलते वाहन में आग लग सकती है।
बैटरी का प्लास्टिक कैबिनेट होना
इलेक्ट्रिक
वाहनों में प्रयोग होने वाली सभी बैटरियों का कैबिनेट प्लास्टिक के होते हैं।
बैटरी पूरी तरह से पैक रहती है। जब बैटरी ज्यादा गर्म होती है तो प्लास्टिक को
भी पिघला देता है, जिसके कारण आग लग जाता है।
इलेक्ट्रिक वाहन को आग से कैसे बचाया जाए
अपने इलेक्ट्रिक वाहन को सुरक्षित रखने के लिए बहुत सारे
उपाय करने होंगे। सीईईडब्ल्यू-सीईएफ (Council on
Energy, Environment and Water-Center for Energy Finance), प्रोग्राम लीड (Program
Lead), ऋषभ जैन (Rishabh
Jani) आदि का कहना है कि यदि कुछ तकनीकी बातों को ख्याल में रखा
जाए तो इलेक्ट्रिक वाहनों को आग से बचाया जा सकता है।
कंपनी की बैटरी
ध्यान रखें कि अपने
ईवी में सिर्फ उसी बैटरी का उपयोग करें जिसे वाहन के लिए डिजाइन किया गया हो। सस्ती
या दूसरे कंपनी की बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन को ही नहीं बल्कि आपके जान को भी खतरा हो
सकता है। दूसरी बात बैटरी के साथ आए चार्जिंग केबल का ही इस्तेमाल करें। रिप्लेसमेंट
बैटरी और चार्जर एक ही कंपनी का होना चाहिए।
ईवी को अत्यधिक गर्मी से बचाए
जहाँ तक हो सके
अपने इलेक्ट्रिक वाहन को अत्यधिक गर्मी के संपर्क में न रखें। स्कूटर और कार को कड़ी
धूप में न खड़ा करके छायादार जगह पर ही रखें। इससे बैटरी ज्यादा गर्म नहीं होगा।
ध्यान रहे कि ई-वाहन ठण्डे या पर्याप्त हवादार क्षेत्र में ही रखें।
ईवी को 80% से थोड़ा कम चार्ज करें
गर्मी के दिनों
में वाहन को ओवरचार्ज न करें। ईवी को 80% से ज्यादा चार्ज करना ठीक नहीं होता है।
यदि इसे पूरा चार्ज कर दिया जाता है तो बाहर की गर्मी बैटरी को और ज्यादा गर्म कर
देती है। कम चार्ज यानि 20% चार्ज पर भी अपने वाहन को नहीं चलाएं। इससे वाहन को
हानि होती है।
चार्ज से संबधित एहतिआत
अपने ईवी को कभी भी फास्ट चार्जर से चार्ज न
करें, इससे बैटरी के हेल्थ पर बहुत बुरा असर पड़ता है। फास्ट चार्जर से बहुत ज्यादा
पावर जेनरेट होता है जिससे बैटरी ज्यादा गर्म हो जाती है। अच्छा होगा कि ईवी को
कंपनी से मिले डिसेंट चार्जर से चार्ज करें। दूसरी बात यह है कि ड्राइव करने के
तुरंत बाद भी अपने ईवी को चार्ज करने से बचें। वाहन को थोड़ा ठंण्डा होने दें फिर
चार्ज करें। ईवी वाहन को ज्यादातर रात में ही चार्ज करें।
अन्य फिचर्स में बैटरी का कम प्रयोग
आजकल इलेक्ट्रिक वाहन में बहुत सारे फीचर्स आ
रहें हैं जैसे यूएसबी चार्जिंग म्यूजिक (USB Charging Music), डिस्पले
सिस्टम, मोबाइल चार्जिंग सिस्टम आदि। सफर के दौरान जहाँ तक हो सके ऐसे फिचर्स का
कम से कम प्रयोग करें।
FAQ
ईवी में आग देश में कहाँ-कहाँ लगा था?
निजामाबाद, वेल्लौर, विजयवाड़ा, वर्सडे रोड (मुंबई)
ईवी में कौन सिस्टम लगाने से आग लगने की संभावना नहीं
होती है?
लिक्विड कुलिंग सिस्टम (Liquid
Cooling System) लगाने से आग ईवी में आग नहीं लगती है।
अपने वाहन को किसी भी चार्जर से चार्ज
कर लेना चाहिए?
बिल्कुल नहीं। अपने वाहन को कंपनी से मिले डिसेंट चार्जर
से ही चार्ज करना चाहिए।
अत्यधिक गर्मी से बचाने के लिए ईवी को कहाँ पार्क करना
चाहिए?
अपने ई-वाहन को ठण्डे
या पर्याप्त हवादार जगह पर पार्क करना चाहिए।
ईवी को कितना चार्ज करना चाहिए?
ईवी को पूरे चार्ज
से 10-20% कम ही चार्ज करना अच्छा होता है।
सबसे अच्छा रात में
ही चार्ज कर लेना चाहिए नहीं तो सफर से लौटने के बाद जब ईवी कुछ देर बाद ठण्डा हो
जाय तब चार्ज करना चाहिए।
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