Ticker

6/recent/ticker-posts

चार्जिंग स्‍टेशन कैसे खोलें, इसकी लागत, प्रकार, आवेदन कैसे करें? How to set up Charging Station

चार्जिंग स्‍टेशन कैसे खोलें, इसकी लागत, प्रकार, आवेदन कैसे करें? How to set up Charging Station, Infrastructure, the cost, Types, How to Apply? 

साथियो, पर्यावरण में अब और अधिक जहर न घुले इसलिए इलेक्ट्रिक वाहनों का आना बहुत आवश्‍यक हो गया है। पेट्रोल और डिजल की महंगाई के चलते हर व्‍यक्ति इलेक्ट्रिक कार, इलेक्ट्रिक स्‍कूटर तथा इलेक्ट्रिक टेम्‍पू-रिक्‍सा चलाना ही ज्‍यादा पसंद करने लगा है। सरकार भी इसे बढ़ावा देने के लिए कई महत्‍वपूर्ण कदम उठा रही है। ऐसे वाहनों को बनाने वाली बहुत सी कंपनियाँ भी अपना कारोबार फैलाने में पीछे नहीं है। जो व्‍यक्ति इस क्षेत्र में कारोबार करना चाह रहा है उसके लिए अपार संभावनाएँ हैं। चार्जिंग स्‍टेशन खोल कर पैसा कमाना एक अच्‍छा बिजनेस है। प्‍लगइनड्राइव्‍स (plugindrives) के इस आलेख में बताया जायेगा चार्जिंग स्‍टेशन कैसे खोलें? आवेदन कहाँ और कैसे करें? लागत कितना लगेगा? आदि।

     चार्जिंग स्‍टेशन खोलने का बिजनेस The Business of Setting up Charging Station

     जब आप इलेक्ट्रिक वाहन लेंगे तो उसे चार्ज करना पड़ेगा। बहुत सी कंपनियाँ अपने वाहन के साथ एक चार्जर भी खरीदार को देती है। जिन्‍हें वह अपना ऑफिस या घर के किसी भी स्‍थान पर इसे लगा सकता है और अपने वाहन को चार्ज कर सकता है। एक सिंगल चार्ज में वाहन 200 से 350 किलोमीटर तक दौड़ सकता है। लेकिन लंबी दूरी पर ड्राइव करने के दौरान चार्जिंग की समस्‍या आती है। इसी समस्‍या को दूर करने के लिए हर छोटे-बड़े शहरों में चार्जिंग स्‍टेशन चाहिए। ऐसी परिस्थिति में इस बिजनेस की संभावना बढ़ जाती है।   


    EV charging station
    charging station


    इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्‍टेशन क्‍या होता है? What is Electric Charging Station?

     

     

    भारत सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों तथा चार्जिंग स्‍टेशनों को खोलने को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण स्‍कीमें लाती रहती है। सरकार ने तो चार्जिंग इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर की तत्‍काल आवश्‍यकता के बारे में स्‍पष्‍ट कर दिया है। ई-वाहनों के चार्जिंग के लिए कई दिशानिर्देश और मानक तैयार किए गए हैं। बिजली मंत्रालय ने देश भर में छोटे तथा बड़े राजमार्गों पर 22,000 इवी चार्जिंग स्‍टेशन लगाने की योजना बनायी है। इस काम की जिम्‍मेवारी बड़े तेल कंपनियों जैसे--इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Indian Oil Corporation Limited), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (Bharat Petroleum Corporation Limited) तथा हिंदुस्‍तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (Hindustan Petroleum Corporation Limited) को सौंपी गयी है।

     

    ईवी चार्जिंग स्‍टेशन का इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर Infrastructure for EV Charging Station

     

    जैसा कि हमसब जानते है कि ई-वाहनों को चार्ज करने के लिए बिजली की जरूरत होती है। किसी ग्रिड से बिजली प्राप्‍त करने के लिए सरकार से मंजूरी आवश्‍यक होता है। इन अनुकोदनों के बाद ही इसके इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर के काम को आग बढ़ाने के तरफ ध्‍यान देना होगा। इसके लिए एक ट्रांसफॉर्मर और सबस्‍टेशन की आवश्‍यकता होती है। इस सबस्‍टेशन से चार्जिंग स्‍टेशन तक बिजली लाने के लिए इलेक्ट्रिक वायर चाहिए होता है। फिर इसके बाद कनेक्‍शन मिलता है।

     

    इलेक्ट्रिक वाहन कैसे चार्ज किया जाता है? How is Electric Vehicle charged?

     

    जिससे इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज किया जाता है उसे इलेक्ट्रिक वाहन आपूर्ति उपकरण (Electric Vehicle Supply Equipment) या ईवी चार्जर कहा जाता है। इस तरह के चार्जर कोई भी व्‍यक्ति अपने घर पर, ऑफिस में या किसी सार्वजनिक स्‍थान पर लगा सकता है।

    चार्जर दो तरह के होते हैं—पहला एसी चार्जर और दूसरा डीसी चार्जर। एसी चार्जर से धीमी गति से वाहन चार्ज होता है एवं सीमित चार्ज होता है। इसकी तुलना में डीसी चार्जर से तेज गति से वाहन चार्ज होते हैं। एसी चार्जर को कम बिजली की जरूरत होती है इसलिए उन्‍हें ग्रिड के मौजूदा कनेक्‍शन के साथ होम सेटअप में स्‍थ‍ापित किया जा सकता है। जबकि एक डीसी चार्जर के लिए एक अलग कनेक्शन की जरूरत होती है।

     

     ईवी चार्जर कितने प्रकार के होते हैं? How Many Types of EV Charger?

     इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने वाले चार्जर तीन प्रकार के होते हैं।

     लेवेल 1 चार्जरइस तरह के चार्जर सिर्फ कार के साथ आती है। यह 120 वोल्‍ट मानक घरेलू सर्किट का उपयोग करती है। इसको सेटअप करने में कोई अतिरिक्‍त खर्च नहीं होता है। अधिकतर घरों में यही चार्जर उपयोग किया जाता है। इससे रात भर में एक कार पूरा चार्ज हो जाता है।

     

    लेवेल 2 चार्जरयह चार्जर कमर्सियल एवं घरेलू दोनों उपयोग के लिए होता है। इससे फास्‍ट चार्ज होता है। इसको स्‍थापित करने में लागत ज्‍यादा लगता है। यह सामन्‍य रूप से पार्किंग लॉट में पाया जाता है।

     

    लेवेल 3यह डीसी फास्‍ट चार्जर व्‍यावसायिक होता है। इससे 20 मिनट में कोई वाहन 80% चार्ज हो जाता है। 480 वोल्‍ट वाले इस चार्जर को स्‍थापित करने के लिए बहुत ज्‍यादा लागत की आवश्‍यकता होती है।

     मार्केट में ये तीनों लेवेल के चार्जर के बहुत विकल्‍प मिल जाते हैं। जो आप लगाना चाहे इनके बारे जानकर अनुसंधान करके चुन सकते है।  

     

    Charging Station
    Reuters Image

    ईवी चार्जिंग स्‍टेशन खोलने की लागत The Cost of Setting up EV Charging Station

     

    वैसे तो चार्जिंग स्‍टेशन सेटअप करने के लिए ईवी नीति के अनुसार अलग-अलग राज्‍यों में अलग-अलग ईवी चार्जिंग टैरिफ है। लेकिन ईवी चार्जिंग इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर कार्यान्‍वयन के हैंडबुक (EV charging Infrastructure implementation Handbook) में प्रकाशित नियम के अनुसार अधिकतर राज्‍यों ने ईवी चार्जिंग के लिए 5.75 से 6.76 रुपसे प्रति किलोवाट के डिस्‍कॉम टैरिफ पर समझौता किया है। लो टेंशन के लिए डिमांड चार्ज 130/किलावाट प्रति माह है जबकि हाई टेंशन के लिए 160/किलोवाट प्रति माह है।

     चार्जिंग स्‍टेशन खोलने के कई बातों पर ध्‍यान देने की जरूरत है। अगर आपके पास अपनी जमीन है तो खर्च कुछ कम होगा। निर्भर करता है कि आप कितने पॉवर वाले चार्जिंग स्‍टेशन और कितनी संख्‍या में स्‍टेशन खोलना चाहते हैं। साधारणतया भारत में ईवी चार्जिंग स्‍टेशन सेटअप करने के लिए अनुमानित 1 लाख रुपये से लेकर 40-50 लाख रुपये पड़ता है।

     चार्जर टाइप सीसीएस-60 किलोवाट, CHAdeMO – 60 किलावाट, टाइप 2 एसी-7/22 किलोवाट, भारत डीसी-001-जीबी/टी, भारत एसी-001 इनकी लागत क्रमश: साढ़े 12 लाख, साढ़े 12 लाख, 1 लाख, 2 लाख 40 हजार तथा 60 हजार होगी।

     नया बिजली कनेक्‍शन (250 केवीए) के लिए साढ़े 7 लाख।

     सिविल वर्क जैसे फ्लारिंग, बोर्ड्स, पेन्टिंग, ब्रांडिंग, शेड इत्‍यादि में लगभग ढाई लाख की लागत आ सकता है।

     ईवीएसई प्रबंधन सॉफ्टवेयर तथा एकीकरण में लगभग 40 हजार।

    तकनीशियन, जनशक्ति, रखरखाव, आदि: साढ़े तीन लाख- वार्षिक।

    विज्ञापन एवं प्रचार-प्रसार पर लगभग 50 हजार।

    जमीन किराया (यदि लीज पर है) लगभग 6 लाख वार्षिक।

    इस तरह से कुल अनुमानित लागत 40 लाख का हो सकता है।

    ईवी चार्जिंग स्‍टेशन सेटअप के लिए सरकारी नीतियाँ The Government Policy towards Setting up EV Charging Station

    भारत सरकार ने चार्जिंग इकोसिस्‍टम को संचालित करने के लिए किसी भी व्‍यक्ति या संस्‍था को बिना किसी लाइसेंस के सार्वजनिक चार्जिंग स्‍टेशन (पीसीए) खोलने की अनुमति दे चुकी है। इसका अर्थ है कि कोई भी व्‍यक्ति इस व्‍यवसाय में आकर योजना का लाभ उठा सकता है। बिजली मंत्रालय द्वारा जारी ईवी चार्जिंग के लिए संशोधित दिशानिर्देशों और मानकों में मेंट्रो शहरों में 7 दिनों के अंदर, अन्‍य नगरपालिका क्षेत्रों में 15 दिनों और ग्रामीण क्षेत्रों में 30 दिनों के अंदर बिजली कनेक्‍शन प्रदान किया जाएगा।

    चार्जिंग स्‍टेशन के लिए सब्सिडी Subsidy for Installing EV Charging Station

     

    किसी भी उत्‍पादक कंपनी से बिजली प्राप्‍त कर ओपन एक्‍सेस के माध्‍यम से आवेदन किया जा सकता है। सरकार टैरिफ नीति दिशानिर्देशों के अनुसार 20 प्रतिशत तक सब्सिडी मिल सकती है। सरकार द्वारा सार्वजनिक स्‍थानों पर चार्जिंग स्‍टेशन खोलने के लिए सब्सिडी का प्रावधान रखा गया है। दिल्‍ली वालों के लिए तो दिल्‍ली सरकार ने अपने घरों में ईवी चार्जिंग पॉइंट लगाने के लिए 6 हजार की सब्सिडी की घोषणा की है।

     

    ईवी चार्जिंग स्‍टेशन के लिए आवेदन कैसे करें How to Apply for Installing EV Charging Station

     

    भारत में बहुत सी कंपनियाँ है जो फ्रेंचाइजी देती है। जैसे एक्जिकॉम पावर सिस्‍टम्‍स (गुड़गाँव), पी2 पावर सॉल्यूशन ( नोएडा), मैग्नेटा ग्रुप  (नवी मुंबई), टाटा पावर ( मुंबई), ओकाया पावर ग्रुप (दिल्ली), न्यूमोसिटी और ईवीक्यूपॉइंट (बेंगलुरु), वोल्टिक (नोएडा), चार्ज+ज़ोन (वडोदरा), चार्ज माई गाड़ी (दिल्ली)। इनमें किसी भी कंपनी के ऑफिसियल वेबसाईट पर जाकर फॉर्म भर सकते हैं। से सभी कंपनियाँ चार्जिंग स्‍टेशन लॉन्‍च कर रही है। लेकिन आप अपने से ईवी चार्जिंग स्‍टेशन खोलना चाहते हैं तो भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के वेबसाईट पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।

     

    FAQ

     

    ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की लागत क्या है?

     भारत में ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की लागत 1 लाख रुपये से 40 लाख रुपये है।

     क्या मैं EV चार्जिंग स्टेशन खोल सकता हूँ?

     हाँ, कोई भी व्‍यक्ति जो विद्युत मंत्रालय के मानकों को पूरा करेगा ईवी चार्जिंग स्‍टेशन खोल सकता है। ईवी चार्जिंग पॉइंट स्थापित करने की सामान्य लागत 1 लाख रुपये से 50 लाख रुपये के बीच होती है।

     डीसी फास्ट चार्जिंग स्टेशन क्या हैं?

     यह एक फास्ट चार्जिंग डायरेक्ट-करंट (डीसी) एनर्जी ट्रांसफर है। इसमें 480-वोल्ट अल्टरनेटिंग करंट (एसी) इनपुट का उपयोग होता है इससे वाहन सार्वजनिक चार्जिंग स्‍टेशन पर तेजी से रिचार्ज हो जाता है।

     क्या ईवी चार्जिंग स्टेशन लाभदायक है?

     आजकल ई-वाहनों की संख्‍या तेजी से बढ़ रही है। ऐसी परिस्थिति में चार्जिंग स्‍टेशन खोलने का बिजनेस काफी लाभदायक हो रहा है।

     EV को चार्ज होने में कितना समय लगता है?

     ई-वाहन वाहन (कार) को चार्ज होने में अधिकतम 30 मिनट का समय लगता है। कार और स्‍क्‍ूटर यादि को तो घर पर भी चार्ज कर सकते हैं।


    एक टिप्पणी भेजें

    2 टिप्पणियाँ

    Thanks for comments